शनिवार, 6 सितंबर 2008

पंजाब केसरी का एक और विकेट गिरा

पंजाब केसरी के जालंधर संस्करण में उपसंपादक पवन रंजन ने वहां से इस्तीफा देकर दैनिक भास्कर के जल्द शुरु होने जा रहे रतलाम संस्करण को ज्वाइन किया है। उन्हें नई शुरुआत पर बधाईयां।

1 टिप्पणी:

  1. एक समय था, जब ट्रक भर कर पंजाब केसरी के अंक हिमाचल का रुख करते थे। एक निर्भीक परिवार के उद्यम का नतीजा था वह। मुझे हिमाचल जाने का मौका मिलता रहता है। कहना अच्छा तो नहीं लगता पर सच्चाई यही है कि अब, अभी भी अपनी परंपराओं से जुडे हिमाचलवासी, केसरी मे छपने वाले चित्रों {उन्हें अश्लील मानें या ना मानें इस पर बहस खडी हो सकती है} की वजह से उसे अपने घर ले जाने से कतराने लगे हैं।

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